उत्तराखण्ड

स्वास्थ्य महानिदेशक ने दी चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की जानकारी

देहरादून: उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा के आगे बढ़ने के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को भी उसी क्रम में बढ़ाया जा रहा है। प्रतिदिन श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा के प्रवेश एवं पंजीकरण स्थल पर ही हैल्थ स्क्रीनिंग की सुविधा आरम्भ कर दी है।

चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने बताया कि अब ऋषिकेश आई.एस.बी.टी. रजिस्ट्रेशन स्थल पर यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग आरम्भ कर दी गयी है, यहां पर चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ को हैल्थ स्क्रीनिंग के लिए तैनात कर दिया गया है। हैल्थ स्क्रीनिंग के उपरान्त जिन यात्रियों में किसी भी प्रकार की शारीरिक अस्वस्थता पायी जा रही है, उन्हें विश्राम करने अथवा स्वास्थ्य के अनुकूल होने के उपरान्त ही यात्रा पर जाने का परामर्श दिया जा रहा है।

डॉ. भट्ट के अनुसार अभी तक 650 यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग ऋषिकेश आई.एस.बी.टी. पर की जा चुकी है। इसी क्रम में यमनोत्री व गंगोत्री के यात्रा मार्ग पर भी क्रमशः दोबाटा एवं हिना में भी हैल्थ स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है, जबकि बद्रीनाथ धाम के यात्रियों के लिए हैल्थ स्क्रीनिंग शिविर पाण्डुकेश्वर में लगाया गया है।

स्वास्थ्य सुविधाओं को त्वरित एवं अधिक प्रभावी बनाए जाने के बारे में महानिदेशक डॉ. शैलजा भट्ट ने जानकारी दी कि आपातकालीन स्थितियों में हताहत व प्रभावित यात्रियों के लिए 24X7 हैली एम्बुलेंस की सुविधा रखी गयी है। यात्रा के आरम्भ होने से अभी तक केदारनाथ यात्रा के 11 यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया है, जिसमें चोट लगने के 5 मामलें शामिल है। उत्तरकाशी में गंगोत्री यमनोत्री धाम की यात्रा के दौरान गंभीर रूप से बीमार 12 मरीजों को मेडिकल टीम द्वारा आवश्यक चिकित्सा उपचार देकर बचाया गया।

यात्रियों को हैल्थ एडवाईजरी के माध्यम से अनुकूल स्वास्थ्य की परिस्थितियों में ही यात्रा जारी रखने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। हैल्थ एडवाईजरी को पर्यटन विभाग, स्थानीय प्रशासन एवं स्वास्थ्य इकाईयों के अलावा यात्रा मार्गों पर होर्डिग्स के द्वारा भी जगह-जगह पर डिस्पले किया जा रहा हैं।

यात्रा मार्गों में मेडिकल रिलीफ पोस्ट पर चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ द्वारा यात्रियों से अपने ऑक्सीजन स्तर की जांच कराने वहां पर 10 मिनट विश्राम करने के उपरान्त यात्रा शुरू करने, यात्रा के दौरान पानी पीते रहने और भूखे पेट न रहने के बारे में अपील की जा रही है।

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